Followers

Thursday 11 April 2013

मुझे सपनो की दुनिया में ले चल .......

                                                                                                                                   
                                                                                                                                       
                                                             
                                                           
                                                                                                                                                 
   मुझे  सपनों की दुनिया में ले चल
   मुझे ख्वाबों की दुनिया में ले चल
   आरजू है यही तेरे हाथ में मेरा हाथ हो
   नीले  गगन के नीचे सदा साथ हो
   कोई ऐसी जगह ले चल .......... 
 
   जहाँ ख्वाबों की दुनिया में छोटा सा आशियाना हो
   जहाँ प्यार की छत और दुआवों का साथ हो
   सांसों की कड़ियों से सजा संसार हो
 
   जहाँ एक दुसरे की धड़कन हम सुनने लगे 
   हमारे कदम यू हीं बहकने लगे
   जहाँ सिर्फ हवाओं से बात हो
   जहाँ सिर्फ तारों का साथ हो 
   मुझे झिलमिल सितारों के पार ले चल
   कोई ऐसी जगह ले चल .............

  जहाँ न हो दुनिया की बंदिशें 
  जहाँ न हो दिल पर पहरा किसी का
  निगाहों ही निगाहों में जहाँ बात हो
  मुझे उस क्षितिज के पार ले चल
  कोई ऐसी जगह ले चल ..............
   
                                                                  रंजना वर्मा                                                                                                                      

                                                                                                                                          

43 comments:

  1. Replies
    1. बहुत बहुत आपका आभार ! नव वर्ष की बहुत बहुत शुभ कामनाएं !

      Delete
  2. सपनों की दुनिया पर इंसान का जीना निर्भर है। रोज नए सपने और उसे पूरा करना फिर नया सपना। जहां खूबसूरत प्रकृति और झिलमिल तारे हो और बात करने के लिए कोई अपना आत्मीय प्रेमी हो तो सोने पे सुहागा। ऐसे सपने हर एक के हो और वह पूर्ण भी हो।

    ReplyDelete
    Replies
    1. सही कहा आपने, बहुत बहुत आपका आभार ! नव वर्ष की बहुत बहुत शुभ कामनाएं

      Delete
  3. बहुत ही सुन्दर बेहतरीन रचना,आपको नवसंवत्सर की हार्दिक मंगलकामनाएँ!

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत बहुत आपका आभार ! नव वर्ष की बहुत बहुत शुभ कामनाएं !

      Delete
  4. नवसंवत्सर की शुभकामनायें
    आपको आपके परिवार को हिन्दू नववर्ष
    की मंगल कामनायें

    ReplyDelete
  5. बहुत बहुत आभार आपका!आपको और आपके परिवार को नव वर्ष की बहुत बहुत शुभ कामनाएं!

    ReplyDelete
  6. बहुत बहुत आपका आभार ! नव वर्ष की बहुत बहुत शुभ कामनाएं !

    ReplyDelete
  7. जहाँ न हो दुनिया की बंदिशें
    जहाँ न हो दिल पर पहरा किसी का...

    सुन्दर अभिलाषा.नववर्ष की कामनाएं

    ReplyDelete
  8. बहुत बहुत आपका आभार ! नव वर्ष की बहुत बहुत शुभ कामनाएं !

    ReplyDelete
  9. आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (14-04-2013) के चर्चा मंच 1214 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ

    ReplyDelete
  10. चर्चा -मंच में मेरी कविता को शामिल करने के लिये आपको बहुत बहुत धन्यवाद .

    ReplyDelete

  11. बहुत सुन्दर....बेहतरीन प्रस्तुति
    पधारें "आँसुओं के मोती"

    ReplyDelete
    Replies
    1. आपको बहुत बहुत धन्यवाद .

      Delete
  12. ग़ज़ब की कविता ... कोई बार सोचता हूँ इतना अच्छा कैसे लिखा जाता है

    ReplyDelete
    Replies
    1. आपको मेरी कविता पसंद आयी इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद

      Delete
  13. सुंदर भाव पूरण रचना
    सादर
    ''माँ वैष्णो देवी ''

    ReplyDelete
    Replies
    1. सरिता जी मेरे ब्लॉग में आपका स्वागत और रचना पसंद करने के लिये आपका धन्यवाद. .

      Delete
  14. वाह !
    यहाँ तो खूबसूरत ख्यालों की वादियों में मुस्काते शब्द हैं !

    ReplyDelete
    Replies
    1. स्वप्न मञ्जूषा जी हमारे ब्लॉग में आने के लिए और रचना पसंद करने के लिए शुक्रिया .

      Delete
  15. जहाँ न हो दुनिया की बंदिशें
    जहाँ न हो दिल पर पहरा किसी का
    निगाहों ही निगाहों में जहाँ बात हो
    मुझे उस क्षितिज के पार ले चल
    कोई ऐसी जगह ले चल ..............

    बहुत अभिव्यक्ति इस प्यारे गीत के माध्यम से.

    ReplyDelete
  16. रंजना जी आपके ब्लॉग को ज्वाइन भी कर रही हूँ जिससे आगे भी आके रचनाओं से रूबरू हो सकूं.

    ReplyDelete
    Replies
    1. रचना जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद मेरे ब्लॉग ज्वाइन करने के लिए .मैं ब्लॉग की दुनिया में अभी नयी हूँ मेरी रचना को पसंद करने के लिए बहुत बहुत आभार .

      Delete
  17. Replies
    1. हमारे ब्लॉग में आने के लिए और रचना पसंद करने के लिये आपका बहुत बहुत आभार !

      Delete
  18. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  19. नवरात्रों की बहुत बहुत शुभकामनाये
    आपके ब्लाग पर बहुत दिनों के बाद आने के लिए माफ़ी चाहता हूँ
    बहुत खूब बेह्तरीन अभिव्यक्ति!शुभकामनायें
    आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
    मेरी मांग

    ReplyDelete
    Replies
    1. आपका कमेंट्स स्पैम में रह गया था माफ़ी चाहती हूँ कमेंट्स के लिए हार्दिक धन्यवाद !!

      Delete
  20. नवरात्रों की बहुत बहुत शुभकामनाये
    आपके ब्लाग पर बहुत दिनों के बाद आने के लिए माफ़ी चाहता हूँ
    बहुत खूब बेह्तरीन अभिव्यक्ति!शुभकामनायें
    आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
    मेरी मांग

    ReplyDelete
  21. waah ....bahut acchi prastuti ....

    ReplyDelete
    Replies
    1. मेरे ब्लॉग में आने के लिए शुक्रिया !आपको नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें .

      Delete
  22. रंजना जी बहुत ही बढ़िया भाव .. बधाई !

    ReplyDelete
  23. मेरी रचना अच्छी लगी ये जानकर बहुत ख़ुशी हुई आपको बहुत बहुत धन्यवाद .

    ReplyDelete
  24. सुन्दर प्रस्तुति | शुभकामनायें नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें हम हिंदी चिट्ठाकार हैं

    BHARTIY NARI
    PLEASE VISIT .

    ReplyDelete
    Replies
    1. मेरे ब्लॉग में आने के लिए शुक्रिया !आपको भी नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें.

      Delete
  25. Replies
    1. शुक्रिया !आपको नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें .

      Delete
  26. जहाँ एक दुसरे की धड़कन हम सुनने लगे
    हमारे कदम यू हीं बहकने लगे
    जहाँ सिर्फ हवाओं से बात हो
    जहाँ सिर्फ तारों का साथ हो
    मुझे झिलमिल सितारों के पार ले चल
    कोई ऐसी जगह ले चल ...

    जिस जगह भी प्रेम है ... ये जगह वही है ... गहरे एहसास प्यार के ...

    ReplyDelete
    Replies
    1. मेरे ब्लॉग में आने के लिए शुक्रिया !आपको नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें .

      Delete
  27. कोई ऐसी जगह ले चल .............
    वाह .... बहुत खूब चला इन पंक्तियों का जादू शुरू से लेकर अंत तक

    ReplyDelete
    Replies
    1. मेरे ब्लॉग में आने के लिए आपको बहुत बहुत शुक्रिया !

      Delete