Followers

Monday 13 May 2013

ईमानदारी में जो बात है ....................


     सच की राहों में चलने वाले को मिलती जीत सच्चाई की
     ईमानदारी में जो बात है वो बात कहाँ बेईमानी में 

                दूसरे का हक़ छीनकर तुम 
                खुद को माफ़ नहीं कर पाओगे
                धिक्कार  उठेगी आत्मा तेरी 
                अरमानो के महफ़िल में भी 


     झूठी शान से बना महल भी धराशायी यहीं हो जाता 
     बुरे ख्वाब का हर सजा जल्दी भी यही मिल जाता 

                 देश लुटने वाले सौदागर तुम्हें 
                 माफ़ देश न कर पायेगी कभी 
                 देश भक्ति में जो बात है 
                 वो बात कहाँ भ्रष्टाचारी में

       दिन के उजाले से लेकर रात के अंधियारे तक 
       करते रहते   सहस्त्र घोटाले और हेराफेरी तुम

                नजर अपनो से न मिला पाओगे 
                रिश्तो को क्या रंग दोगे तुम 
                देश प्रेमी में जो बात होती है 
                वो बात कहाँ देश के गद्दारों में

                                                                                 

                                                                  Ranjana Verma 

21 comments:

  1. ईमानदारी में जो बात है वो बात कहाँ बेईमानी में

    बहुत ही सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति,आभार.

    ReplyDelete
    Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद !!.

      Delete
  2. देशप्रेम के भावों में दम है।

    ReplyDelete
    Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद !!.

      Delete
  3. नजर अपनो से न मिला पाओगे
    रिश्तो को क्या रंग दोगे तुम
    देश प्रेमी में जो बात होती है
    वो बात कहाँ देश के गद्दारों में

    ....बहुत सार्थक और प्रभावी रचना...

    ReplyDelete
    Replies
    1. .बहुत बहुत हार्दिक धन्यवाद !!.

      Delete
  4. आपने लिखा....
    हमने पढ़ा....
    और लोग भी पढ़ें;
    इसलिए बुधवार 15/05/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in
    पर लिंक की जाएगी.
    आप भी देख लीजिएगा एक नज़र ....
    लिंक में आपका स्वागत है .
    धन्यवाद!

    ReplyDelete
    Replies
    1. मेरी कविता पसंद करने और लिंक करने के लिए आपको हार्दिक धन्यवाद....

      Delete
  5. Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद !!.

      Delete
  6. बेहतरीन रचना।
    अच्छा लगा आपका ब्लॉग।


    सादर

    ReplyDelete
    Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद !!.साझा करने के लिए शुक्रिया.

      Delete
  7. बेहतरीन सोच लिए चेतावनी और आह्वान भरी रचना ....बधाई
    अक्षय तृतीया की शुभकामना

    ReplyDelete
    Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद !!अक्षय तृतीय की शुभकामना! .

      Delete
  8. ईमानदारी जीवन का सच है ----
    सार्थक सन्देश देती रचना
    बधाई

    ReplyDelete
    Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद !!अक्षय तृतीय की शुभकामना! .

      Delete
  9. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  10. ईमानदारी में जो बात है, वो बेहद ही ख़ास है .....

    ReplyDelete
  11. बहुत अच्छी रचना. ईमानदारी से हासिल हर चीज बहुत टिकाऊ होती है सचमुच.

    ReplyDelete
  12. बहुत सुन्दर भाव रंजना... ईमानदारी से बढ़्कर कोई चीज नहीं...

    ReplyDelete
  13. बहुत खूब ...
    मंगल कामनाएं आपकी कलम को !

    ReplyDelete