चांद के इंतजार में
खड़ी है चांदनी
थाल सजा कर
दीप जलाकर
मांग रही एक मांग
लंबी आयु हो सुहाग की
जिये हजारों साल !!
साथ रहें जन्मों तक
प्यार रहें सदियों तक
जगमगाता रहे सिंदूर मेरा
खनकता रहे कंगना मेरा
बजती रहे सांसों की सितार
मिलता रहे साजन का प्यार !!
Ranjana Verma
बहुत खुबसूरत है ,आमीन !!!
ReplyDeleteनई पोस्ट मैं
सांसों की सितार, साजन का प्यार बना रहे। यही कामना है।
ReplyDeleteमांग रही एक मांग
ReplyDeleteलंबी आयु हो सुहाग की
जिये हजारों साल !!
बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाए ,,,!
RECENT POST -: हमने कितना प्यार किया था.
adbhut .....rag-rag me piyaa...!!
ReplyDeleteसाथ रहें जन्मों तक
ReplyDeleteप्यार रहें सदियों तक
जगमगाता रहे सिंदूर मेरा------
जीवन साथी कि लम्बी उम्र की कामना इससे बेहतर हो ही
नहीं सकती-----
बहुत सुंदर रचना
बधाई
आपका बहुत बहुत धन्यवाद !!
Deleteएक स्त्री की अभिलाषा को बखूबी बयान की है आपने.
ReplyDeleteयहाँ भी पधारे.
http://iwillrocknow.blogspot.in/2013/10/blog-post_24.html
सितार की मधुर ध्वनि से यूँ ही गुंजित रहे जीवन. शुभकामनाएं.
ReplyDelete“अजेय-असीम{Unlimited Potential}”
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना |
हार्दिक शुभकामनाएँ
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (26-10-2013) "ख़ुद अपना आकाश रचो तुम" चर्चामंच : चर्चा अंक -1410 पर होगी !
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
सादर...!
मेरे पोस्ट को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !!
Deleteसुन्दर लिखा है रंजना जी
ReplyDeleteबधाई, दुआओ के साथ
हमेशा यूँ ही मिलता रहे प्यार आपको,
कभी अपनों से न मिले इंतज़ार आपको।
मेरी दुनिया.. मेरे जज़्बात..
वाह बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना ..
ReplyDeletepyar se lavrej.......
ReplyDeleteप्रेम की अभिलाषा में गुंथा सुन्दर भाव ... लाजवाब रचना ...
ReplyDeleteवाह... उम्दा, बेहतरीन अभिव्यक्ति...बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर भाव.
ReplyDeleteरामराम.
बहुत ही सुन्दर |
ReplyDeleteसुन्दरतम भावों से संपृक्त रचना
ReplyDeleteVery nicely written.
ReplyDeleteVinnie
खुबसूरत रचना / :)
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